*”मां-बाप” की तारीफ़ करूँ कैसे,*
*मेरे शब्दों मेँ इतना ज़ोर नहीं,*
*सारी दुनिया में जाकर ढूँढ लेना,*
*अपने “मां-बाप” जैसा कोई और नहीं!!*
*ह्र्दय से “मां-बाप” कि सेवा करो*
*आवाज़ भगवान तक जाएगी,*
*भगवान ने जो सुन ली उनकी,*
*तो हर बिगड़ी बन जाएगी!!*
🙏🏽🌹Good Morning🌹🙏🏽