वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी|
आज तुम से मोहब्बत का इक़रार करूँगा…
वादा रहा तुझसे सिर्फ तुझसे प्यार करूँगा…
किया तुमने ऐतबार मुझ पर एहसान है तुम्हारा…
तुम्हे में अपनी ज़िन्दगी से ज्यादा प्यार करूँगा…
समझा तुम ने मोहब्बत के क़ाबिल मुझे…
मैं तो ज़िन्दगी भर तुझे प्यार करूँगा…
तू अगर रूठ कर चली भी गई हम से,
तो जिंदगी भर तेरे लौट कर आने का
में इंतज़ार करूँगा…
Jab mujhse Mohabat hi nahi toh rokte kyu ho
Tanhayi mein mere baare mein sochte kyu ho
Jab manjile hi juda h toh jane do mujhe
Lot ke kab aaoge ye puchte kyun ho….
Zakhm laga kar mere Dil pe badi sadagi se
Mere zakhmi Dil ka haal puchte kyun ho….
Thukra kar meri Mohabbat ko es tarah……..
Palat palat kar Pyar se dekhte kyun ho…….
Wo bhi ek zamana tha
Jab kisi ka dil mere liye deewana tha
.
Meri kismat me likhi thi judai uski
Uska rooth jana toh sirf ek bahana tha
.
Usne mujhe aajmaya bahot hai
Ja-Ja kar maine manaya bhot hai
.
Sach pucho toh bahot pyara lgta hai wo shaksh
Jisne mujhe rulaya bhot hai
.
Bewafai toh unka dastoor ho gya
Unki mohabbat me ye dil choor ho gya
.
Sach pucho toh kasoor unki nahi mera tha, mere dost
Hamne unhe chaha hi itna ki unhe khud par guroor ho gya…
उस बेवफाई की याद को
भुला देता तो बेहतर था
तेरी यादोँ के खजाने को
जला देता तो बेहतर था
उसकी जुदाई का गम अब
दिल पर सहा नहीँ जाता
खुदा मुझे किसी वफादार
से मिला देता तो बेहतर था
इतना तडप कर बुलाते किसी को
तो वो श्मशान तक आ जाती
ठुकरा कि जिंदगी कोई संगीत भी श्मशान तक आ जाती
इतनी शिद्दत से किसी बेजान कटपुतली को चाहा होता
मेरा दावा हे उसमेँ भी जान तक आ जाती
बर्बाद किया तुमने मे अपनी बर्बादी पे रोता हूँ
वीरान किया तुमने मे अपनी बीरानी पे रोता हूँ
मे नादान था तुझे पहचान नहीँ सका बदनाम किया तुमने मे अपनी बदनामी पे रोता हूँ
तुमने मुझे खुद से कितना दूर कर दिया
खुद से दूर करके मुझे मजबूर कर दिया
जो देखे थे मिलकर हम दोनो ने सपने
उन सपनोँ को तुमने बेवफाई से चूर कर दिया
दिल तो दिल है दिल की बातें समझ सको तो बेहतर है
दुनिया की इस भीड़ में ख़ुद को अलग रखो तो बेहतर है
मोड़ हज़ारों मिलेगें तुमको, कई मिलेगें चौराहे
मंज़िल तक पहुँचाने वाली राह चुनो तो बेहतर है
क़दम क़दम पर यहाँ सभी को बस ठोकर ही मिलती है
थाम के मेरा हाथ अगर तुम संभल सको तो बेहतर है
ख़ामोशी भी एक सदा है अकसर बातें करती है
तुम भी इसको तनहाई में कभी सुनो तो बेहतर है
जाने कैसा ज़हर घुला है इन रंगीन फ़िज़ाओं में
प्यार की ख़ुशबू से ये मंज़र बदल सको तो बेहतर है
Dig
💔💔💔💔💔💔💔💔
” DARD ”
💔💔💔💔💔💔💔💔
Sabhi Insaano Mein Hai..
Magar…
Koi Dikhata Hai…
To…
Koi Chhupata Hai…
💙💙💙💙💙💙💙💙
. ” HUMSAFAR ”
💙💙💙💙💙💙💙💙
Sabhi Hai…..
Magar…
Koi Saath Deta Hai…
To…
Koi Chhod Deta Hai…
❤❤❤❤❤❤❤❤
” PYAR ”
❤❤❤❤❤❤❤❤
Sabhi Karte Hai…
Magar…
Koi Dil Se Karta Hai…
To…
Koi Dimag Se Karta Hai…
💗💗💗💗💗💗💗💗
” DOSTI ”
💗💗💗💗💗💗💗💗
Sabhi Karte Hai….
Magar…
Kuch Log Nibhate Hai…
Kuch Log Aazmate Hai…
💛💙💜💚❤💛💙💜
. ” RISHTA ”
💛💙💜💚❤💛💙💜
Kai Logon Se Hota Hai…
Magar…
Koi Pyar Se Nibhata Hai..
To…
Koi Nafrat Se Nibhata Hai
🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
” EHSAAS ”
🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
Sabko Hota Hai…
Magar…
Koi Mehsoos Karta Hai…
To…
Koi Samajh Nahi Paata…
💐💐💐💐💐💐💐💐
” ZINDAGI ”
💐💐💐💐💐💐💐💐
Sabhi Jeete Hai…
Magar…
Koi Sab Kuch Paane K
Baad Bhi Dukhi Rehte Hai..
To…
Koi Lutake Khush Rehte Hai
whatsappgreetings.com
💌💌💌💌💌💌💌
🌺🌺🌺🌺🌺मुकद्दर का आफताब जबसे ढलने लगा है
ख्वाहिशों का नशा तो और भी चढ़ने लगा है।
दगाबाजों के दरिया मे रहनुमा जब खुदा है
नाखुदा बनकर मेरा हौसला बढने लगा है।
इस दोस्ती मे इन रिश्तो मे अब खुशबू नही आती
जबसे इक गुलाब इस दिलमे पलने लगा है।
बेमोल पानी का इक कतरा सिपी मे क्या कैद हुआ
अनमोल मोती बनकर अब दुनिया मे खुलने लगा है।
भटकते मन के पंछी पे ऐतबार मत करना
आवारा वो पंछी अब हवा मे उडने लगा है।
चमकते उन रास्तों को पानी समझता है
बेवकूफप्यासा वो अहू भी उस और दौडने लगा है।
रात की इस तनहाई मे उस चाँद को क्या “दोस्त” कहा
अमावस की काली रात मे वो भी छुपने लगा है।
जबसे मै पढने लग!हू उस “मीर” की गजले
मेरी बेजान आँखोमे नूर दीखने लगा है।🌺🌺🌺
Bewafa Dosto k liye:-
Itni berukhi na dikhao Ay dost,
1 din hum B berukhi dikhyenge,
tum paidal ja rahe hoge Or hum janaze me
jayenge..
They can be ordered in
All you want to do is typing an essay think about what really is crucial.
bulk at a discount rate.