Kuch be-khabar hum h zindgi se…!
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Kuch khabar zindgi bhi nhi rakhti meri…!!
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वो रात दर्द और सितम की रात होगी,
जिस रात रुखसत उनकी बारात होगी,
उठ जाता हु मैं ये सोचकर नींद से अक्सर,
के एक गैर की बाहों में मेरी सारी कायनात होगी|
महोब्बत और नफरत सब मिल चुके हैं मुझे;
मैं अब तकरीबन मुकम्मल हो चोका हu
🌹टूटा हो दिल तो दुःख होता है;
करके मोहब्बत किसी से ये दिल रोता है;
दर्द का एहसास तो तब होता है;
जब किसी से मोहब्बत हो और उसके दिल में कोई और होता ह
💁🏼
बेवाफायों की इस दुनियां में संभलकर चलना
मेरे दोस्तों;
यहाँ बर्बाद करने के लिए, मुहब्बत का भी सहारा लेते हैं
लोग!
💅🏻💅🏻💅🏻💅🏻💅🏻
फिर वही फसाना सुनाती हूँ …!
दिल के पास हूँ कह कर दिल जलाते हो …!!
बेकरार है आतिशे नजर से मिलने को …!!.
हर कोई तेरे आशियाने का पता पूछता है,न जाने किस किस से वफा के वादे किये है तूने