शुभ प्रभात : जय महांकाल
शुभ सोमवार;🍃🍃🍃🍃🍃🍃
*कल* खो दिया *आज* के लिये;
*आज* खो दिया *कल* के लिये;
कभी जी ना सके हम *आज*;
आज के लिये ;
बीत रही है जिदंगी,
*कल आज* और *कल* के लिये;
*✍🏻जय गोपाल जी 🍃🍃🍃
शुभ प्रभात : जय महांकाल
शुभ सोमवार;🍃🍃🍃🍃🍃🍃
*कल* खो दिया *आज* के लिये;
*आज* खो दिया *कल* के लिये;
कभी जी ना सके हम *आज*;
आज के लिये ;
बीत रही है जिदंगी,
*कल आज* और *कल* के लिये;
*✍🏻जय गोपाल जी 🍃🍃🍃