नफरतों के बाजार में जीने का अलग ही मजा है.!.
लोग “रूलाना” नहीं छोडते,
और हम “हसना” नहीं छोडते..!!..
“हमने अपने नसीब से ज्यादा अपने दोस्तो पर भरोसा रखा है. क्युंकि नसीब तो बहुत बार बदला है, लेकिन मेरे दोस्त अभी भी वही है!”
🌿🌻🌿
नफरतों के बाजार में जीने का अलग ही मजा है.!.
लोग “रूलाना” नहीं छोडते,
और हम “हसना” नहीं छोडते..!!..
“हमने अपने नसीब से ज्यादा अपने दोस्तो पर भरोसा रखा है. क्युंकि नसीब तो बहुत बार बदला है, लेकिन मेरे दोस्त अभी भी वही है!”
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